पाकिस्तान का प्रधानमंत्री ने कहा कि सबसे पहले कोरना की मीटिंग 15 जनवरी को हुई थी जब पाकिस्तान में एक भी कोरना का केस नही था उन्होंने कहा कि आपकी व्यूज हैं वो लिए जाएंगे हमारी कुछ विद्यार्थी जो कि चाइना के वुहान प्रांत में रह रहे हैं उनके माता-पिता ने आ हम पर प्रेशर बनाया उन्हें पाकिस्तान लाया जाए लेकिन चाइना एक सक्षम देश है हमारी बातचीत चलती रही और हमने उन्हें वही रोकने का फैसला किया जो बाद में बहुत ही उचित साबित हुआ क्योंकि उसकी वजह से हमारे देश में एक भी केस चाइना से नहीं आया है यह बड़ा मुश्किल फैसला था , जो दूसरा कोरोना का सोर्ष बना वह था ईराक, हमारे देश के लिए ,ईरान में हमारे देश के बहुत तीर्थयात्री गए हुए थे क्योंकि ईरान की स्थिति चाइना की तरह अच्छी नहीं थी इसलिए हमें ईरान से अपने लोगों को इंपोर्ट करना पड़ा क्योंकि ईरान ने उन्हें बॉर्डर पर भेज दिया था ईरान के अंदर जो हमारे जायरीन गए थे ऊधर से वापस शुरू हुए क्योंकि ईरान के पास चाइना जितनी काबिलियत नहीं थी युवा उनको सारी सुविधाएं उपलब्ध करा पाए इसलिए हम जायरीन को पाकिस्तान बुलाना ...